“NITI Aayog Has Given a Completely New Dimension To The Process Of Development Planning In India.” Comment.

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“NITI Aayog Has Given a Completely New Dimension To The Process Of Development Planning In India.” Comment. In 2015, India bid farewell to the age-old Planning Commission and welcomed a new institution, NITI Aayog, with hopes of revitalizing the country’s approach to development planning. Five years since its inception, NITI Aayog has indeed ushered in … Read more

Critically Examine The Samuelson’s Theory Of Trade Cycle.

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Critically Examine The Samuelson’s Theory Of Trade Cycle. Samuelson’s theory of trade cycles, also known as the neoclassical synthesis, combines elements of both Keynesian economics and neoclassical economics to explain the fluctuations in economic activity over time. Developed primarily by Nobel laureate Paul Samuelson, this theory attempts to provide a comprehensive framework for understanding the … Read more

2nd world war full Explained || द्वितीय विश्व युद्ध क्यों हुआ ? कारण || Main Reasons By SENRiG

2nd world war full Explained || द्वितीय विश्व युद्ध क्यों हुआ ? कारण

द्वितीय विश्व युद्ध क्यों हुआ ? कारण – द्वितीय विश्व युद्ध, मानव इतिहास का सबसे विनाशकारी संघर्ष, 1939 से 1945 तक चला। इस युद्ध में 5 से 7 करोड़ लोगों की जान गई | 2nd world war full Explained || द्वितीय विश्व युद्ध क्यों हुआ ? कारण

फासीवाद के उदय के कारण, विशेषताएं, उत्पत्ति, सिद्धांत, परिभाषा

`2nd world war full Explained || द्वितीय विश्व युद्ध क्यों हुआ ? कारण || Main Reasons By SENRiG

द्वितीय विश्व युद्ध क्यों शुरु हुआ?

 पहले विश्व युद्ध के बाद, वर्षों की अस्थिरता और आर्थिक संकट ने विभिन्न राष्ट्रों को प्रभावित किया। जर्मनी को विश्व युद्ध के लिए जिम्मेदार ठहराया गया और उसने अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए प्रयास किया। यह उसके इतिहास में अपने स्थान की पुनर्स्थापना की एक कोशिश थी।
विश्व युद्ध के पहले युद्ध के बाद, विभिन्न राष्ट्र अपने राष्ट्रीय हित को सुनिश्चित करने के लिए आर्थिक और सामाजिक विकास में सक्रिय रहे। इसके साथ, इम्पीरियलिज्म की शक्तियों के बीच संघर्ष बढ़ा, जिसमें सामरिक और आर्थिक स्फीति के सवाल शामिल थे
नाजी जर्मनी और फासिस्ट इटली जैसे राष्ट्र अपने प्रतिस्पर्धी राष्ट्रों के खिलाफ आगे बढ़े और भूमिगत आक्रमण शुरू किया, जिससे अंतर-राष्ट्रीय तनाव बढ़ गया।विश्व युद्ध के पहले, विभिन्न राष्ट्र ने अपनी आर्थिक नीतियों में प्रतिबद्धता दिखाई। इसने आर्थिक और राजनीतिक संकटों को और गहरा बना दिया।
 

द्वितीय विश्व युद्ध कब समाप्त हुआ

द्वितीय विश्व युद्ध 1945 में समाप्त हुआ था। इसका अंत जर्मनी की पराजय और उसके बाद जापान के समर्थनित आक्रमण की आघात से हुआ। जर्मनी की पराजय 8 मई 1945 को, जिसे “विजय दिवस” के रूप में मनाया जाता है, के बाद व्यक्त हुआ। जापान की सरेंडर 2 सितंबर 1945 को हुई, जिसे “सुरेंडर दिवस” के रूप में मनाया गया। इन घटनाओं के बाद, विश्व युद्ध आधिकारिक रूप से समाप्त हुआ।

द्वितीय विश्व युद्ध कहां हुआ था

द्वितीय विश्व युद्ध दुनियाभर में लड़ा गया था, लेकिन मुख्यतः यह युद्ध यूरोप, एशिया, अफ्रीका, और प्रशांत महासागर क्षेत्रों में हुआ था। इसकी प्रमुख जंगभूमियाँ जर्मनी, पोलैंड, सोवियत संघ, फ्रांस, इंग्लैंड, इटली, जापान, चीन, और अमेरिका जैसे राष्ट्रों में थीं। युद्ध के प्रारंभिक चरण में जर्मनी ने पोलैंड के खिलाफ आक्रमण किया, जिससे द्वितीय विश्व युद्ध की आग में तेजी आई। बाद में, इटली और जापान ने भी युद्ध में शामिल हो गए।

द्वितीय विश्व युद्ध के बाद की स्थिति

  • यूनाइटेड नेशन्स की स्थापना: द्वितीय विश्व युद्ध के बाद, यूनाइटेड नेशंस की स्थापना हुई, जो आंतरिक संघर्षों को शांति साधने और विश्वशांति की बढ़ावा देने का मुख्य उद्देश्य रखता है।
  • भूमध्य संधि और सामझौते: युद्ध के बाद, कई सामझौते और संधियाँ हस्तांतरित हुईं, जिनमें जर्मनी की सरेंडर और जापान के विदाई की शामिल है।
  • राष्ट्रों का पुनर्निर्माण: युद्ध के बाद, नए राष्ट्र और सीमाओं के नए आकार बनाए गए। बहुत से राष्ट्रों ने इस अवसर का लाभ उठाया और अपनी संवैधानिक संरचना को सुधारने के प्रयास किए।
  • आर्थिक और सामाजिक बदलाव: युद्ध के बाद, आर्थिक और सामाजिक बदलाव हुए, जैसे कि अमेरिका और सोवियत संघ के बीच शीत युद्ध और अब सामरिक व्यवस्था की शुरूआत।
  • न्यूरेमबर्ग प्रशासन और युद्ध अपराधों के प्रशिक्षण: युद्ध अपराधों के लिए न्यूरेमबर्ग प्रशासन ने स्थापित किया गया, जिसमें जर्मन और जापानी लीडरों को अपराधों के लिए सजा सुनाई गई।

द्वितीय विश्व युद्ध  का प्रभाव

द्वितीय विश्व युद्ध ने अर्थव्यवस्थाओं को नुकसान पहुंचाया। विशेष रूप से, यूरोप, जापान और उसके आसपास के क्षेत्रों में अत्यधिक नुकसान हुआ। यहाँ तक कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी में विकास पर भी यह युद्ध नकारात्मक प्रभाव डाला। द्वितीय विश्व युद्ध ने राजनीतिक मानचित्र को पूरी तरह से बदल दिया। यह नई राष्ट्रों की उत्पत्ति, जैसे कि संयुक्त राष्ट्र, सोवियत संघ, और भारत जैसे देशों की उत्पत्ति को प्रेरित किया।

युद्ध ने सामाजिक संरचनाओं को प्रभावित किया। महिलाओं के भूमिका में बदलाव, उच्चतम शिक्षा के प्रति रुझान, और नागरिक अधिकारों के मामले में बदलाव आया युद्ध के बाद, बहुत से देशों में सामाजिक और आर्थिक न्याय की बदहाली की गई, जिससे अधिकांश गरीबी में और सामाजिक असमानता में इजाफा हुआ। युद्ध के बाद, विश्वभर में शांति और सुरक्षा के लिए अनेक प्रयास किए गए, जैसे कि संयुक्त राष्ट्र की स्थापना।

सैन्यवाद और तानाशाही का उदय

  • जर्मनी: एडॉल्फ हिटलर के नेतृत्व में नाजी पार्टी ने जर्मनी में सत्ता हासिल की और आक्रामक विस्तार की नीति अपनाई। हिटलर ने जर्मनी को एक शक्तिशाली सैन्य शक्ति में बदल दिया और यूरोप पर हावी होने की योजना बनाई।
  • इटली: बेनिटो मुसोलिनी ने इटली में फासीवादी शासन स्थापित किया और इथियोपिया पर आक्रमण किया।
  • जापान: सैन्य नेताओं के नियंत्रण में, जापान ने चीन पर आक्रमण किया और एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अपना साम्राज्य स्थापित करने का प्रयास किया। 2nd world war full Explained || द्वितीय विश्व युद्ध क्यों हुआ ? कारण

तुष्टीकरण की नीति

  • ब्रिटेन और फ्रांस जैसी शक्तियों ने हिटलर की आक्रामकता को रोकने के लिए तुष्टीकरण की नीति अपनाई, जिसके तहत उन्होंने उसकी मांगों को स्वीकार किया। द्वितीय विश्व युद्ध क्यों हुआ 
  • 1938 में म्यूनिख समझौते में, ब्रिटेन और फ्रांस ने जर्मनी को चेकोस्लोवाकिया का सुडेटेनलैंड देने की अनुमति दी, जिससे हिटलर को आगे विस्तार करने का प्रोत्साहन मिला। 2nd world war full Explained || द्वितीय विश्व युद्ध क्यों हुआ ? कारण

युद्ध की शुरुआत

1 सितंबर 1939 को जर्मनी ने पोलैंड पर आक्रमण किया, जिसके बाद ब्रिटेन और फ्रांस ने जर्मनी पर युद्ध की घोषणा की।

द्वितीय विश्व युद्ध के कई कारण

आर्थिक मंदी: 1929 में शुरू हुई वैश्विक आर्थिक मंदी ने कई देशों में अस्थिरता और सामाजिक अशांति पैदा कर दी। इससे राष्ट्रवाद और सैन्यवाद का उदय हुआ, क्योंकि देशों ने अपनी अर्थव्यवस्थाओं को मजबूत करने और अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने के तरीके ढूंढे।

सैन्यवाद का उदय: 1930 के दशक में, जर्मनी, जापान और इटली में सैन्य तानाशाहों का उदय हुआ जिन्होंने आक्रामक विदेश नीतियां अपनाईं। एडॉल्फ हिटलर के नेतृत्व में जर्मनी ने तेजी से सैन्य शक्ति का निर्माण किया और अपने पड़ोसी देशों पर आक्रमण करना शुरू कर दिया। बेनिटो मुसोलिनी के नेतृत्व में इटली ने इथियोपिया पर आक्रमण किया और इटालो-जर्मन गठबंधन बनाया। जापान ने चीन पर आक्रमण किया और अपना साम्राज्य विस्तार करना शुरू कर दिया। 2nd world war full Explained || द्वितीय विश्व युद्ध क्यों हुआ ? कारण

तुष्टीकरण की नीति: ग्रेट ब्रिटेन और फ्रांस जैसी पश्चिमी शक्तियों ने जर्मनी और इटली के आक्रमणकारी व्यवहार को रोकने के लिए तुष्टीकरण की नीति अपनाई। इसका मतलब था कि उन्होंने हिटलर और मुसोलिनी की मांगों को स्वीकार कर लिया, ताकि युद्ध से बचा जा सके।

राष्ट्र संघ की विफलता: प्रथम विश्व युद्ध के बाद स्थापित अंतरराष्ट्रीय शांति बनाए रखने के लिए बनाया गया संगठन, राष्ट्र संघ, आक्रामक शक्तियों को रोकने में विफल रहा। इसका कारण यह था कि इसमें शामिल देशों के बीच सहयोग की कमी थी और इसके पास कोई प्रभावी सैन्य बल नहीं था।

इन सभी कारकों का मिलकर प्रभाव हुआ द्वितीय विश्व युद्ध का प्रारंभ 1 सितंबर 1939 को जर्मनी ने पोलैंड पर आक्रमण किया, जिसके बाद ब्रिटेन और फ्रांस ने जर्मनी पर युद्ध की घोषणा कर दी। युद्ध छह साल तक चला और इसमें 50 से 70 मिलियन लोग मारे गए। 2nd world war full Explained || द्वितीय विश्व युद्ध क्यों हुआ ? कारण

फासीवाद के उदय के कारण, विशेषताएं, उत्पत्ति, सिद्धांत, परिभाषा

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What is Fascism & Nazism – फासीवाद और नाजीवाद : Full Explained B.A Program 3rd Year History.

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What is Nationalism : राष्ट्रवाद क्या है ?

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What is Anarchism – अराजकतावाद क्या है ? Full Explained by SENRiG

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What is Anarchism – अराजकतावाद क्या है ? अराजकतावाद एक राजनीतिक दर्शन है जो राज्य की अनावश्यकता पर बल देता है। इसका अर्थ है कि अराजकतावादी किसी भी प्रकार की सरकार का विरोध करते हैं, चाहे वह राजशाही हो, लोकतंत्र हो या तानाशाही। अराजकतावादियों का मानना ​​है कि मनुष्य स्वतंत्रता और समानता के साथ रहने … Read more

What is Conservatism – रुढ़िवाद क्या है ? Full Explained by SENRiG

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What is Conservatism – रुढ़िवाद क्या है ? रूढ़िवाद एक राजनीतिक विचारधारा है जो पारंपरिक मूल्यों और स्थापित संस्थाओं को महत्व देती है। यह आम तौर पर क्रांतिकारी बदलावों का विरोध करता है और क्रमिक विकास को प्राथमिकता देता है। What is Conservatism मार्क्सवाद क्या है – What is Marxism रूढ़िवादी विचारधारा के मुख्य सिद्धांत … Read more

मार्क्सवाद क्या है – What is Marxism || Full Explained By SENRiG

मार्क्सवाद क्या है – मार्क्सवाद एक सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक विचारधारा है जिसकी जड़ें 19वीं शताब्दी के जर्मन दार्शनिक कार्ल मार्क्स और उनके सहयोगी फ्रेडरिक एंगेल्स के विचारों में हैं। यह विचारधारा पूंजीवाद और वर्ग संघर्ष की आलोचना करती है, और एक ऐसे समाज की वकालत करती है मार्क्सवाद क्या है – What is Marxism … Read more