शबे बरात की रात 1 मुट्ठी चावल पर "सूरह कौसर" पढ़ने के फायदे और करिश्में
गुनाहों की माफी: शबे बरात की रात को "सूरह कौसर" पढ़ने से गुनाहों की माफी मिलती है।
दुआओं की कुबूलीयत: इस रात को "सूरह कौसर" पढ़ने से दुआएं कुबूल होती हैं।
रिज्क में बरकत:
इस रात को "सूरह कौसर" पढ़ने से रिज्क में बरकत होती है।
बीमारियों से शिफा:
इस रात को "सूरह कौसर" पढ़ने से बीमारियों से शिफा मिलती है।
मुसीबतों से निजात:
इस रात को "सूरह कौसर" पढ़ने से मुसीबतों से निजात मिलती है।
मोहब्बत में इजाफा:
इस रात को "सूरह कौसर" पढ़ने से पति-पत्नी के बीच मोहब्बत में इजाफा होता है।
औलाद की प्राप्ति:
इस रात को "सूरह कौसर" पढ़ने से औलाद की प्राप्ति होती है।
व्यापार में तरक्की:
इस रात को "सूरह कौसर" पढ़ने से व्यापार में तरक्की होती है।
इल्म में बरकत:
इस रात को "सूरह कौसर" पढ़ने से इल्म में बरकत होती है।
हजरत मुहम्मद (صلى الله عليه وسلم) की शफाअत: इस रात को "सूरह कौसर" पढ़ने से हजरत मुहम्मद (صلى الله عليه وسلم) की शफाअत नसीब होती है।